भारत सरकार ने पीएम उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को एलपीजी सिलेंडर पर सब्सिडी देने का फैसला किया है। यह फैसला मोदी सरकार ने वित्त वर्ष 2022-2023 में लिया था। इस वित्त वर्ष की समाप्ति के बाद कैबिनेट ने इसे एक और साल के लिए बढ़ा दिया है।
भारत सरकार ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को इस साल भी एलिपिली सिलेंडर की खरीद पर 200 रुपये की सब्सिडी देने का फैसला किया है। योजना के लाभार्थी परिवारों को एक वर्ष में 12 एलपीजी सिलेंडर (14.2 किलोग्राम) पर 200 रुपये की सब्सिडी का लाभ मिलेगा। 1 मार्च 2023 तक 9.59 करोड़ लाभार्थी प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना से जुड़े हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया।
मोदी सरकार ने वित्त वर्ष 2022-23 में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभार्थी परिवारों को साल के 12 सिलेंडर पर 2400 रुपये की सब्सिडी यानी एक सिलेंडर की खरीद पर 200 रुपये की सब्सिडी देने का फैसला किया था. इस वित्त वर्ष के खत्म होने से पहले केंद्र सरकार ने इस सब्सिडी व्यवस्था को अगले एक साल के लिए लागू कर दिया है. इस संबंध की घोषणा करते हुए केंद्रीय अनुराग ठाकुर ने कहा कि एलपीजी गैस की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है, इसलिए इस सब्सिडी को एक और साल के लिए बढ़ाने का फैसला किया गया है।
इसे भी पढ़ें- सभी किसानों के लिए खुशखबरी! आज खाते में आएंगे 2000 रुपये।
“बीपीएल परिवारों की महिलाओं के लिए मुफ्त एलपीजी कनेक्शन” – प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना
Table of Contents
प्रधान मंत्री उज्ज्वला योजना 2016 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा शुरू की गई थी। इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण और वंचित गरीब (बीपीएल) परिवारों को खाना पकाने के लिए एलपीजी प्रदान करना था। इस योजना के तहत बीपीएल परिवारों की वयस्क महिलाओं को एलपीजी गैस कनेक्शन नि:शुल्क उपलब्ध कराया गया।

2022 में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को साल में 12 सिलेंडर और एक सिलेंडर पर ₹200 की सब्सिडी देने का निर्णय लिया गया था। अंतरराष्ट्रीय दामों में अभी कोई बड़ा बदलाव नहीं आया है तो इस सब्सिडी एक साल तक और बढ़ाने का निर्णय किया गया है: केंद्रीय मंत्री @ianuragthakur pic.twitter.com/IWYnCSpmBA
— पीआईबी हिंदी (@PIBHindi) March 24, 2023
सरकार इस साल एलपीजी सब्सिडी पर 7,680 करोड़ रुपये खर्च करेगी
कैबिनेट ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत एक साल में 12 सिलेंडर पर सब्सिडी एक और साल के लिए बढ़ाने का फैसला किया है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में इस पर कुल 6,100 करोड़ रुपए खर्च किए गए। जबकि 2023-24 में 7,680 करोड़ रुपए सब्सिडी पर खर्च किए जाएंगे।
बैंक खातों में जाएगा सब्सिडी का पैसा
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों के लिए तय की गई सब्सिडी का पैसा उनके बैंक खातों में जाएगा। इसका मतलब है कि उन्हें पूरा भुगतान करना होगा और जिसके बाद सब्सिडी का पैसा उनके बैंक खातों में वापस कर दिया जाएगा। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पात्र लाभार्थियों के बैंक खातों में सब्सिडी सीधे जमा की जाती है. सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियां अर्थात् इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL) 22 मई, 2022 से पहले ही यह सब्सिडी प्रदान कर रही हैं।d
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने आज प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाई) के लाभार्थियों को प्रति वर्ष 12 रिफिल तक 14.2 किलोग्राम के एक सिलेंडर पर ₹200 की सब्सिडी को मंजूरी दी।#CabinetDecisions pic.twitter.com/R0q4QLRp84
— Narendra Singh Tomar (@nstomar) March 24, 2023
एक वर्ष में 4 सिलेंडर से कम की औसत खपत
पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) के अनुसार, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का लाभ लेने वाले लोग प्रति वर्ष 4 से कम एलपीजी सिलेंडर का उपयोग करते हैं। इन लोगों के लिए औसत एलपीजी उपयोग 2019-20 में 3.01 रिफिल था और 2021-22 में बढ़कर 3.68 रिफिल हो गया। योजना के सभी लाभार्थियों को एक निश्चित सब्सिडी मिलती है।
इसे भी पढ़ें- Pradhan Mantri Yojana List 2022-23 | प्रधानमंत्री योजना